लखनऊ , 31 मार्च (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव करीब आते ही सभी दलों को गरीबों और दलितों की चिंता होने लगती है। दलित वोट बैंक को अपने पाले में लाने के लिए राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष पन्ना लाल पुनिया ने गुरुवार को ‘भीम ज्योति यात्रा’ के तीसरे चरण के रथ को यहां से रवाना किया।
इस यात्रा का समापन 17 अप्रैल को होगा। संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की 125वीं जयंती के मौके पर कांग्रेस प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित करेगी। पार्टी 17 अप्रैल को लखनऊ के बख्शी का तालाब इलाके में एक कार्यक्रम आयोजित करेगी, जिसमें पार्टी के दिग्गज नेता आएंगे।
इस मौके पर पुनिया ने पत्रकारों से कहा कि केंद्र की मोदी सरकार दलितों की बात तो करती है, लेकिन उनके लिए कुछ नहीं करती। जो मुद्दे दलित उत्थान से जुड़े हैं, उन पर मोदी सरकार मौन है।
राज्यसभा सांसद पुनिया ने कहा कि उन्होंने केंद्र सरकार से दलितों को प्राइवेट सेक्टर में आरक्षण देंने, सरकारी शिक्षा के साथ क्वालिटी एजुकेशन की मांग की है, लेकिन केंद्र सरकार मौन है।
उन्होंने कहा कि जो सर्वे आ रहे हैं, उससे सावधान रहने की जरूरत है। प्रदेश में 25-26 वर्षो से भाजपा, बसपा और सपा की तीन-तीन चार-चार बार सरकार रही है, इनके बारे में जनता अब पूरी तरह समझ चुकी है। अब ये सत्ता में आने वाले नहीं हैं।
पुनिया ने कहा कि राहुल गांधी ने लखनऊ में दलित कान्क्लेव में ही कह दिया था कि 2017 के चुनाव में कांग्रेस की सरकार बनेगी।
पीएल पुनिया ने बताया कि इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के विचारों को जन-जन तक पहुंचाना है तथा अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों में राजनीतिक लाभ को लेकर कांग्रेस पार्टी को लेकर बाबा साहब के प्रति जो भ्रामक प्रचार किया जा रहा है, उसके तथ्यों से जनता को अवगत कराना है। सपा, बसपा और भाजपा किस प्रकार दलितों को गुमराह कर रहे हैं, इसे जन-जन तक पहुंचाना है।