पीड़ित ने एसएसपी से चौकी प्रभारी और पुलिसकर्मियों के खिलाफ शिकायत दी है। एसएसपी ने दनकौर इंस्पेक्टर को मामले की जांच कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
मूलत: दनकौर थाना क्षेत्र के अच्छेजा बुजुर्ग गांव निवासी फारूख अपने बेटे और परिवार सहित कई सालों से ककोड देहात में रहता है। उसने बताया कि घर की आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण उसने 20 फरवरी को अपना प्लॉट बेचा था।
आरोप है कि 13 मार्च की देर रात को दनकौर पुलिस ककोड स्थित उसके घर से बेटे अजहरूद्दीन को बिना कुछ बताए जबरन कोतवाली लेकर आई थी। यह भी आरोप है कि पुलिस ने उसके बेटे को दो दिन तक अवैध हिरासत में लेकर मारपीट कर बाइक चोरी करने की बात कबूल करने का प्रयास किया गया। जब बेटे ने बाइक चोरी की किसी भी घटना से इन्कार कर दिया।
आरोप है कि परिजनों से अजरूदीन को हिरासत से छोड़ने की एवज में 3 लाख रुपये की रिश्वत मांगी गई। बाद में पीड़ित से 80 हजार रुपये की रिश्वत लेकर 15 मार्च की देर रात हिरासत से छोड़ दिया गया।
दनकौर इंस्पेक्टर जितेंद्र कालरा का कहना है कि पीड़ित को मामले की जांच के लिए बुलाया गया है। यदि जांच में रिश्वत लेने का आरोप सही मिलता है तो दोषी पुलिसकर्मियों पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी।