बताते हैं कि पीएसी के निकट रहने वाले विनोद कुमार का मकान को लेकर अपनी पत्नी रजनी से विवाद चल रहा था। मकान रजनी के नाम था और वह अपनी बेटी वंदना के साथ इसी मकान में रहती थी। रजनी मकान को बेचना चाहती थी पर विनोद इसके खिलाफ था।
बताते हैं कि कुछ वर्ष पहले विनोद और उसका बेटा अश्वनी किसी मामले में जेल चले गए। इसी दौरान रजनी ने मकान बीस लाख में बेच दिया और कंकरखेड़ा के जवाहर नगर में दूसरा मकान खरीद लिया। जहां अब वह अपनी पुत्री वंदना और दामाद सोमपाल गुप्ता के साथ रह रही थी। हाल ही में जमानत पर छूट कर आए विनोद को जब मकान बेचे जाने का पता चला तो वह गुस्से में आग बबूला हो गया।
बुधवार सुबह विनोद नशे की हालत में जवाहरनगर स्थित रजनी के घर पर पहुंचा और रजनी को अकेला पाकर उसकी गर्दन रेत कर हत्या कर दी, जिससे रजनी की मौके पर ही मौत हो गई। रजनी की हत्या करने के बाद विनोद वहीं बैठ गया। इसी बीच शोर सुन कर मौके पर आए लोगों ने स्थिति देख पुलिस को सूचना दी।
मौके पर पहुंची पुलिस ने विनोद को हत्या में प्रयुक्त हुए हथियार के साथ गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही मृतका के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।