कुलपति ने बताया कि इसके साथ ही विभिन्न केंद्रों पर परीक्षा के दौरान नकल के आरोप में पकड़े गए 1343 परीक्षार्थियों का परीक्षाफल निरस्त कर दिया गया है। इनमें वार्षिक परीक्षा के 1215 व सेमेस्टर परीक्षा के 128 परीक्षार्थी शमिल हैं।
उन्होंने बताया कि अब इन छात्रों को उसी कक्षा में पूर्व परीक्षार्थी के रूप में परीक्षा देनी होगी। कुलपति ने बताया कि फ्लाइंग स्क्वायड ने तीन कालेजों पर सामूहिक नकल की रिपोर्ट दी थी। इसमें मिर्जापुर का एक कॉलेज तथा चंदौली जनपद को दो कॉलेज शामिल थे। एक कालेज में तीन लाख रुपये का अर्थदंड लगाया गया है और दो कालेजों का फिर से परीक्षण कराया जा रहा है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।